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25 May 2023 · 1 min read

अश्रु

कोई गम के तो कोई खुशी के,
पर , आंसु तो सभी बहा रहे,
अपनों के लिए कोई,
कोई अपने लिए,
पर निकल रहे नयनों से,
यह धारा सभी के,
कोई पीड़ा में तो ,
कोई प्रसन्नता में,
पर गिले है नयन सभी के,
यह आंसु ही तो है,
जो सबके समान है,
ना देखती यह अमीरी-गरीबी,
बस बह जाती सब के आंखों से।

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 115 Views
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