Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#16 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
273 Followers
Follow
Report Content
2 Aug 2024 · 1 min read
“अवमानना”
“अवमानना”
देखा हमने हर जगह
होती हुई अवमानना,
गंगा की धारा भी
उल्टी दिशा में बहना।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 40 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
माँ।
Dr Archana Gupta
"अपने घर के सबसे बडे़ लडके हैं हम ll
पूर्वार्थ
मीठे बोल
Sanjay ' शून्य'
मारी - मारी फिर रही ,अब तक थी बेकार (कुंडलिया)
Ravi Prakash
मैं और वो
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
ओसमणी साहू 'ओश'
सिपाही
Neeraj Agarwal
अरमान
अखिलेश 'अखिल'
..
*प्रणय प्रभात*
उसे लगता है कि
Keshav kishor Kumar
तो क्या हुआ
Sûrëkhâ
🌼एकांत🌼
ruby kumari
हास्य कुंडलिया
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
~ इंसाफ की दास्तां ~
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
23/205. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उत्कृष्टता
Paras Nath Jha
आज हैं कल हम ना होंगे
DrLakshman Jha Parimal
कल्पित
Mamta Rani
नया साल
Mahima shukla
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
Johnny Ahmed 'क़ैस'
जब जब मांगेगी धरती
©️ दामिनी नारायण सिंह
दीवार में दरार
VINOD CHAUHAN
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
Piyush Goel
"भालू"
Dr. Kishan tandon kranti
छोड़ तो आये गांव इक दम सब-संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
दर्पण दिखाना नहीं है
surenderpal vaidya
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
gurudeenverma198
खत्म हो चुका
sushil sarna
*** " ये दरारों पर मेरी नाव.....! " ***
VEDANTA PATEL
व्यंग्य क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
Loading...