Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2022 · 1 min read

अवगुणों पर सद्गुणों की जीत का प्रतीक है दशहरा

अवगुणों पर सद्गुणों की, जीत का प्रतीक है दशहरा।
हम भी अवगुण अपने मिटाकर, आवो मनाये दशहरा।।
अवगुणों पर सद्गुणों की——————-।।

पहला अवगुण पाप है, मन को पापी नहीं बनाओ।
दूजा अवगुण घमंड है, मन में घमंड को नहीं बसाओ।।
तृतीय अवगुण झूठ है, सच्चाई की है जीत दशहरा।
अवगुणों पर सद्गुणों की——————–।।

चौथा अवगुण जुल्म है, निर्दोषों पर नहीं जुल्म करो।
पाँचवां अवगुण है कपट,मन से कपट को खत्म करो।।
छठा अवगुण अन्याय है, और न्याय की है जीत दशहरा।
अवगुणों पर सद्गुणों की——————–।।

सातवां अवगुण है लोभ, दूर रहो लोभ से हमेशा।
आठवां अवगुण वहम है, दूर रहो वहम से हमेशा।।
अधर्म है नवां अवगुण, और धर्म की है जीत दशहरा।
अवगुणों पर सद्गुणों की———————-।।

दसवां अवगुण है नफरत, प्रेम- मानवता भूले नहीं।
अखण्ड हो भाईचारा देश में, फर्ज हम यह भूले नहीं।।
ये अवगुण ही रावण है, और रावण की है हार दशहरा।
अवगुणों पर सद्गुणों की———————।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

Language: Hindi
Tag: गीत
255 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"प्रेमी हूँ मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
Dard-e-madhushala
Dard-e-madhushala
Tushar Jagawat
मध्यम वर्गीय परिवार ( किसान)
मध्यम वर्गीय परिवार ( किसान)
Nishant prakhar
मजदूर
मजदूर
umesh mehra
पृथ्वी की दरारें
पृथ्वी की दरारें
Santosh Shrivastava
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
सामाजिक कविता: बर्फ पिघलती है तो पिघल जाने दो,
सामाजिक कविता: बर्फ पिघलती है तो पिघल जाने दो,
Rajesh Kumar Arjun
मंजिल तक पहुंचने
मंजिल तक पहुंचने
Dr.Rashmi Mishra
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
आफत की बारिश
आफत की बारिश
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मन का डर
मन का डर
Aman Sinha
💐प्रेम कौतुक-189💐
💐प्रेम कौतुक-189💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
manjula chauhan
भरे मन भाव अति पावन....
भरे मन भाव अति पावन....
डॉ.सीमा अग्रवाल
*तलवार है तुम्हारे हाथ में हे देवी माता (घनाक्षरी: सिंह विलो
*तलवार है तुम्हारे हाथ में हे देवी माता (घनाक्षरी: सिंह विलो
Ravi Prakash
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
Naushaba Suriya
■ कमाल है साहब!!
■ कमाल है साहब!!
*Author प्रणय प्रभात*
क्षितिज के पार है मंजिल
क्षितिज के पार है मंजिल
Atul "Krishn"
माँ वो है जिसे
माँ वो है जिसे
shabina. Naaz
कोना मेरे नाम का
कोना मेरे नाम का
Dr.Priya Soni Khare
बंद आंखें कर ये तेरा देखना।
बंद आंखें कर ये तेरा देखना।
सत्य कुमार प्रेमी
जल से सीखें
जल से सीखें
Saraswati Bajpai
गठबंधन INDIA
गठबंधन INDIA
Bodhisatva kastooriya
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2428.पूर्णिका
2428.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
खुद पर ही
खुद पर ही
Dr fauzia Naseem shad
सत्य तो सीधा है, सरल है
सत्य तो सीधा है, सरल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शुभ रात्रि मित्रों.. ग़ज़ल के तीन शेर
शुभ रात्रि मित्रों.. ग़ज़ल के तीन शेर
आर.एस. 'प्रीतम'
डर - कहानी
डर - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैं तो महज इत्तिफ़ाक़ हूँ
मैं तो महज इत्तिफ़ाक़ हूँ
VINOD CHAUHAN
Loading...