अलविदा कहने से पहले
दुनिया से विदा होने से पहले
अलविदा कहने से पहले
जो कुछ करना है सो करले
जो भी कहना है सो कहले
क्या पाप क्या पुण्य किया
क्या लिया धरा से तुमने
और धरा को क्या दिया हमने
क्या समाज से मिला तुम्हें
और समाज को क्या दिया तुमने
कब आ जाएं अंतिम घड़ियां
कब सांसों की हों आख़री लड़ियां
हाथ पैर निष्क्रिय हो जाएं
और होंठों पर शब्द न आएं
जो भी कहना है करना है
अपना काम समय पर करले
दुनिया को अलविदा कहने से पहले
कुछ सांसें अंतस में ले ले
अलविदा कहने से पहले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी