*अर्जुन का सौभाग्य सारथी, उसने कृष्ण बनाए (गीत)*
अर्जुन का सौभाग्य सारथी, उसने कृष्ण बनाए (गीत)
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अर्जुन का सौभाग्य सारथी, उसने कृष्ण बनाए
1)
उसे पता था युद्ध न सेना, बल से जीते जाते
उसे पता था काम न साधन, रण में केवल आते
उसने शरणागत बन कर ही, केशव के गुण गाए
2)
जिसके रण की बागडोर को थामे कृष्ण कन्हाई
उस पर भला मुसीबत कोई, कब ज्यादा रह पाई
उसकी उलझन सुलझाने प्रभु, द्वापर युग में आए
3)
जब-जब धर्म घटा सज्जन को, कठिनाई आती है
प्रभु लेते अवतार धरा पर, नई सृष्टि छाती है
गीता में भगवान कृष्ण ने, शाश्वत वचन सुनाए
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451