Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2023 · 1 min read

अबके तीजा पोरा

अबके तीजा पोरा

पहिली के प्रेम प्रीत ,निच्चट सिरागे
आठे मनाबो, तहां ,तीजा ह आगे।।

घरो घर जावय अऊ करूं बात खावय
पोरा पटकई ह अब, घलो नंदागे
पहिली के प्रेम प्रीत निच्चट सिरागे

एक झन के बेटी,अऊ गांव भर के हीरा
बासी खवई ल बिल्कुल भुलागे
पहिली के प्रेम प्रीत निच्चट सिरागे

घरो घर जावय अऊ फेकत ले खावय
लुगरा देखाय म अब टोटका समागे
पहिली के प्रेम प्रीत निच्चट सिरागे

कब आही ददा कहिके करय अगोरा
जल्दी तै आबे रे तीजा अऊ पोरा
अब तो मोबाइल म गोठ है सिरागे
पहिली के प्रेम प्रीत निच्चट सिरागे

चुड़ी फुंदरी माहुर टिकली
लुगरा लेवय दाई
गहना गुरिया बाप बनवावय
पैसा देवय भाई
लईका के पढई म अब तीजा भुलागे
पहिली के प्रेम प्रीत निच्चट सिरागे

डॉ विजय कुमार कन्नौजे अमोदी आरंग ज़िला रायपुर छ ग

Language: Hindi
3 Likes · 290 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दुनिया में सब ही की तरह
दुनिया में सब ही की तरह
डी. के. निवातिया
■ दोहा देव दीवाली का।
■ दोहा देव दीवाली का।
*Author प्रणय प्रभात*
*मालिक अपना एक : पॉंच दोहे*
*मालिक अपना एक : पॉंच दोहे*
Ravi Prakash
मैं अक्सर तन्हाई में......बेवफा उसे कह देता हूँ
मैं अक्सर तन्हाई में......बेवफा उसे कह देता हूँ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
चुपके से चले गये तुम
चुपके से चले गये तुम
Surinder blackpen
एहसास कभी ख़त्म नही होते ,
एहसास कभी ख़त्म नही होते ,
शेखर सिंह
हो गया
हो गया
sushil sarna
गुज़िश्ता साल
गुज़िश्ता साल
Dr.Wasif Quazi
2262.
2262.
Dr.Khedu Bharti
एक ऐसी दुनिया बनाऊँगा ,
एक ऐसी दुनिया बनाऊँगा ,
Rohit yadav
अफसोस-कविता
अफसोस-कविता
Shyam Pandey
मरासिम
मरासिम
Shyam Sundar Subramanian
"निगाहें"
Dr. Kishan tandon kranti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मेरी तो धड़कनें भी
मेरी तो धड़कनें भी
हिमांशु Kulshrestha
सरोकार
सरोकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
My life's situation
My life's situation
Sukoon
गर्दिश में सितारा
गर्दिश में सितारा
Shekhar Chandra Mitra
R J Meditation Centre, Darbhanga
R J Meditation Centre, Darbhanga
Ravikesh Jha
तन प्रसन्न - व्यायाम से
तन प्रसन्न - व्यायाम से
Sanjay ' शून्य'
न कोई काम करेंगें,आओ
न कोई काम करेंगें,आओ
Shweta Soni
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
कभी - कभी सोचता है दिल कि पूछूँ उसकी माँ से,
कभी - कभी सोचता है दिल कि पूछूँ उसकी माँ से,
Madhuyanka Raj
बाल कविता: मेरा कुत्ता
बाल कविता: मेरा कुत्ता
Rajesh Kumar Arjun
💐अज्ञात के प्रति-119💐
💐अज्ञात के प्रति-119💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दोहा-विद्यालय
दोहा-विद्यालय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हाथों ने पैरों से पूछा
हाथों ने पैरों से पूछा
Shubham Pandey (S P)
*
*"जहां भी देखूं नजर आते हो तुम"*
Shashi kala vyas
एक अकेला
एक अकेला
Punam Pande
Loading...