अरमान
यू ना सोच की किनारे पर खड़ा हूँ मै,
एक आगाज़ हुआ है मेरे से;
कल एक मुकम्मल काफ़िला तैयार होगा,
आज शिकायत है तुमको ;
मेरे शेर गीत गज़लो से,
कभी ऐसा भी वक्त आएगा कि मेरा नाम होगा,
और हर इरशाद मे तू बदनाम होगा।
#अरमान
यू ना सोच की किनारे पर खड़ा हूँ मै,
एक आगाज़ हुआ है मेरे से;
कल एक मुकम्मल काफ़िला तैयार होगा,
आज शिकायत है तुमको ;
मेरे शेर गीत गज़लो से,
कभी ऐसा भी वक्त आएगा कि मेरा नाम होगा,
और हर इरशाद मे तू बदनाम होगा।
#अरमान