Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Mar 2017 · 1 min read

“अरमानों का देहांत “(हास्य व्यंग कविता)

“अरमानों का देहांत ”
(हास्य व्यंग कविता)
एक थी लड़की खड़ी अकेली
मेरे लिए थी नयी नवेली।
मिठी सी थी उसकी बोली
उसकी सूरत थी बड़ी भोली।
उसका भोलापन मुझे भा गया
और
मेरा दिल उस पर आ गया।
देखते ही उसको दिल मेरी शायराना हुआ
मगर करीब उसके जाते ही मन मेरा कायराना हुआ।
सोचा उससे कह दूँ अपने दिल की बात
पर बंधा न पाया दिल मै इतनी औकात
मैं हताश, निराश, बेबस, लाचार जैसे ही पिछे मुड़ा
मेरे कानों पर ध्वनि का एक कंप पड़ा
मैने सुना उस ओर से एक मधुर आवाज़ आई
उसने कहा क्या?कुछ कहने आये थे मेरे भाई
उसके भाई कहते ही मुझे आघात हुआ
एेसा लगा जैसे मैं बरबाद हुआ
उसके भाई कहते ही मेरे मन के सारे मैल धुल गये
और, मेरे सारे के सारे अरमाँ मिट्टी में मिल गये
मेरी एेसी हालत देखकर हँस रहे थे सब खुलकर
आया था मैं सैयां बनने जा रहा था भैया बनकर।

रामप्रसाद लिल्हारे
“मीना “

Language: Hindi
232 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"आकुलता"- गीत
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
Suryakant Dwivedi
सासूमां का मिजाज
सासूमां का मिजाज
Seema gupta,Alwar
बुद्ध फिर मुस्कुराए / मुसाफ़िर बैठा
बुद्ध फिर मुस्कुराए / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
आजाद लब
आजाद लब
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जीवन -जीवन होता है
जीवन -जीवन होता है
Dr fauzia Naseem shad
यूँ ही ऐसा ही बने रहो, बिन कहे सब कुछ कहते रहो…
यूँ ही ऐसा ही बने रहो, बिन कहे सब कुछ कहते रहो…
Anand Kumar
जो मेरी जान लेने का इरादा ओढ़ के आएगा
जो मेरी जान लेने का इरादा ओढ़ के आएगा
Harinarayan Tanha
*कभी  प्यार में  कोई तिजारत ना हो*
*कभी प्यार में कोई तिजारत ना हो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"आशा-तृष्णा"
Dr. Kishan tandon kranti
मन का महाभारत
मन का महाभारत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मसला ये हैं कि ज़िंदगी उलझनों से घिरी हैं।
मसला ये हैं कि ज़िंदगी उलझनों से घिरी हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
मेरा गांव
मेरा गांव
Anil "Aadarsh"
दौलत से सिर्फ
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
नेताम आर सी
एक आज़ाद परिंदा
एक आज़ाद परिंदा
Shekhar Chandra Mitra
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
Pramila sultan
सोच
सोच
Sûrëkhâ Rãthí
" वो क़ैद के ज़माने "
Chunnu Lal Gupta
भ्रूणहत्या
भ्रूणहत्या
Dr Parveen Thakur
Ek galti har roj kar rhe hai hum,
Ek galti har roj kar rhe hai hum,
Sakshi Tripathi
मुक्त पुरूष #...वो चला गया.....
मुक्त पुरूष #...वो चला गया.....
Santosh Soni
छंद
छंद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मंजिल की तलाश में
मंजिल की तलाश में
Praveen Sain
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
■ सत्यानासी कहीं का।
■ सत्यानासी कहीं का।
*Author प्रणय प्रभात*
भरे मन भाव अति पावन....
भरे मन भाव अति पावन....
डॉ.सीमा अग्रवाल
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
रहो नहीं ऐसे दूर तुम
रहो नहीं ऐसे दूर तुम
gurudeenverma198
तू है
तू है
Satish Srijan
Loading...