अमृत महोत्सव
एक तिरंगा सोशल डीपी पर एक घर पर टांग लिया
बस इतना करने को हमने अमृत महोत्सव नाम दिया
देशभक्ति गाने सुने,फिल्में देखी और राष्ट्रगान भी गाया है
पर सच कहना कर शहीदों को क्या आंखों में आंसू आया है
बीते वर्ष 75 पर इस दिवस को सिर्फ काम सा निपटाया है
वादें,नारों और दिखावे में ही आजादी दिवस मनाया है
हुए थे जो कुर्बान देश पर ऐसे दस नाम भी हमको याद नहीं
क्या था इतिहास उनका इसकी भी हमें हुई पहचान नहीं
पढ़ी किताबों और स्कूलों ने भी हमें नहीं यह बताया है
धन्य है हम सब,हमने क्या अद्भुत अमृत महोत्सव मनाया है
15 अगस्त कल बीतेगा फिर 26 जनवरी आएगी
तिरंगे की याद शायद फिर तभी हमें आएगी
राष्ट्रभक्ति हो अगर जरा भी बस इतना सा काम करो
रखना संभाल इस झंडे को इसका इतना सम्मान करो।।