#अभी मुहब्बत नयी-नयी है
सभी ग़लतियाँ सही करूँगा, अभी मुहब्बत नयी-नयी है।
बुरा मान मत जाना दोस्तों! मिली शिक़ायत नयी-नयी है।।
प्रेम मिलेगा दीप जलाकर, घोर अँधेरा भी भागेगा।
स्वप्न सजाए रखना यारों, नया सवेरा भी जागेगा।।
चाहत से उम्मीद जगत् में, सोच यही अब नयी-नयी है।
बुरा मान मत जाना दोस्तों! मिली शिक़ायत नयी-नयी है।।
भूल हुई वह भूल नयी है, धूल उड़ी वह धूल नयी है।
चमन खिलेगा धैर्य रखो तुम, आई बहार नयी-नयी है।।
मान मिलेगा ध्यान मिलेगा, अभी प्रीति उर नयी-नयी है।
बुरा मान मत जाना दोस्तों! मिली शिक़ायत नयी-नयी है।।
कभी शोर में बुरे दौर में, मचल मनुज का मन जाता है।
भूला पक्षी पर टहनी पर, समझ लौट कर फिर आता है।।
समझूँगा मैं मुझे पता है, अभी समझ भी नयी-नयी है।
बुरा मान मत जाना दोस्तों! मिली शिक़ायत नयी-नयी है।।
सभी ग़लतियाँ सही करूँगा, अभी मुहब्बत नयी-नयी है।
बुरा मान मत जाना दोस्तों, मिली शिक़ायत नयी-नयी है।।
#आथ.एस. ‘प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित गीत