“अभिव्यक्ति”
“अभिव्यक्ति”
कभी पूर्ण नहीं होती
प्रेम पर लिखी गई कोई कविता
क्योंकि शब्दहीन होती है
प्रेम की अभिव्यक्ति,
मगर शब्द कम पड़ जाते हैं
नफ़रत की अभिव्यक्ति में।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
“अभिव्यक्ति”
कभी पूर्ण नहीं होती
प्रेम पर लिखी गई कोई कविता
क्योंकि शब्दहीन होती है
प्रेम की अभिव्यक्ति,
मगर शब्द कम पड़ जाते हैं
नफ़रत की अभिव्यक्ति में।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति