“अभिलाषा”
“अभिलाषा”
समुद्र की लहर सी इच्छाएँ
किस-किस को सुनाऊँ,
कुछ ऐसी शक्ति मिले हमें
दीपक बन तिमिर को चीर
सर्वत्र उजाला फैलाऊँ।
“अभिलाषा”
समुद्र की लहर सी इच्छाएँ
किस-किस को सुनाऊँ,
कुछ ऐसी शक्ति मिले हमें
दीपक बन तिमिर को चीर
सर्वत्र उजाला फैलाऊँ।