अबोध बच्ची
अबोध बच्ची
घटना पंजाब के सुल्तानपुर लोधी की घटना है जो हुआ मैंने वहीं लिखने की कोशिश की है सब कुछ लिख सकते हैं हम लेकिन किसी के दर्द की शिद्दत हम
अल्फाजो में बयां नहीं कर सकते
खेल रही थी मैं
अचानक से वो आया।
मुझ को चाकलेट दिखलाया।
भूखी थी ——तो ले ली चाकलेट।
सहलाने लगा मुझे
बिस्कुट खाओगी—–चल दी उसके साथ।
बिना कुछ बोले,बिना कुछ समझे
सात साल की अबोध तो थी
मगर————–+
जैसे ही खेत के पास पहुंचे
वो:::::::
वो जानवर बन गया।
जमीन पर पटका मुझे
और मेरे कपड़े उतार करने लगा।
अपनी हवस पूरी:::;;;;
छोटी सी मैं, फूल सी
बहुत दर्द हुआ मां
सारा बदन छिल गया मेरा मा
मैंने पुकारा था तुम्हें और बाबा को मां
बहुत चीखी थी जब मैं
तो दबा दिया उसने मुंह——-
घुट कर रह गई मेरी चीख———–
टांगे तोड़ दी थी उसने
कैसी छूट कर भागती ।
मां बोलो तो——
पता नहीं फिर क्या क्या किया उसने—–+
मर जाती तो अच्छा होता,
लेकिन मरी नहीं मैं–+
काम से लौट मुझे ढूंढा होगा तुमने
बेहोश ,खून से सनी ,निढाल पड़ी थी मैं
अस्पताल ले गए
पुलिस केस बना।
मुख्यमंत्री ने घोषित किया इलाज का खर्च
सरकार करेगी।
इतनी इन्फेक्शन बढ़ गई कि
मेरी बच्चेदानी निकालनी पड़ी।
और फिर भी मैं #जिन्दा हूं।
क्र्यू नहीं जला दिया उसने मुझे मां
कम से कम दो चार दिन रोकर तुम
दिल पर पत्थर रख लेती।
अब तुम और मैं रोज मरेंगे।
सच कह रही हूं न मैं मां::::
मैं सात साल की अबोध बच्ची
सुरिंदर कौर