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2 Jan 2022 · 1 min read

अबकी बार

अबकी बार
सामंतवाद की
चूलें हम हिला देंगे!
अबकी बार
मनुवाद की
ईंट से ईंट बजा देंगे!
अबकी बार
पितृसत्ता की
अर्थी हम उठा देंगे!
अबकी बार
पूंजीवाद के
किले हम ढ़हा देंगे!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
159 Views
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