अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ,,,,,
‘लेडी विद दि लैम्प’ कही जाने वाली फ्लोरेंस नाइटिंगेल (1820-1910) के जन्मदिन 12 मई को सन् 1965 से दुनिया भर में अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। सन् 1856 के क्रीमिया युद्ध में घायल सैनिकों की सेवा करके उन्होंने सबसे पहले नर्सिंग की शुरुआत की थी।
एक समृद्ध और उच्चवर्गीय ब्रिटिश परिवार से ताल्लुकात रखने वाली खूबसूरत लड़की फ्लोरेंस ने परिवार के विरोध के बावजूद भी अविवाहित रहकर सेवा का मार्ग चुना। वह रात-रात भर जागकर लालटेन के सहारे क्रीमिया युद्ध के घायलों की सेवा करती रही। इसलिए उन्हें ‘लेडी विद दि लैम्प’ का नाम मिला।
वास्तव में नर्स के बिना चिकित्सा सेवा कभी पूर्णता प्राप्त नहीं कर सकती। आइए नर्सों द्वारा समाज में दिए गए उनके योगदान को याद करते हुए नमन् करें। नर्सों के लिए मेरी ये चन्द पंक्तियाँ प्रस्तुत है :
सिस्टर कहकर सब पुकारें
नर्सिंग इनका काम,
डॉक्टर रोगी परिजन सबके
आती बहुत काम।
सफेद वस्त्रों में दिख जाती
बिखेरती हुई मुस्कान,
इनकी सरलता देखकर लगता
जैसे पहले से हों पहचान।
सिस्टर कहकर पुकार के देखो
आवाज आएगी- ‘आई’,
आओ आज हम नर्स दिवस पर
इन्हें दें हार्दिक बधाई।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
टैलेंट आइकॉन 2022-23
भारत के 100 महान व्यक्तित्व में शामिल
एक साधारण व्यक्ति।