अनमोल मोती
#अनमोल मोती 1)
कागज पर बिखरे मेरे।
शब्दों के अनमोल मोती।।
थी मन में मेरे आई बाहर।
जो अंदर कल्पना थी।।
समुद्र गहराइयों में खोज।
मुश्किल से मिले मोती।।
सोच इन्सानीं मंथन।
पिरोये शब्द अनमोल मोती ।।
मन के भावों को अधर से।
कलम की जुबान कहती।।
बिखरी दुनिया की बातें।
पढो शब्द अनमोल मोती।।
लेखक के लेख कथा कहानी।
गीत कवि की कविता कहती।।
ज्ञान का ज्योति प्रकाश फैला।
अनमोल है शब्द मोती………..
अनमोल है शब्द मोती………..
#अनमोल मोती 2
ना बहाओ कभी नयनो से।
बेहद किमती ये अनमोल मोती ।।
तेरे अंदर दिल के खजाने से।
इश्क की दौलत कम होती।।
स्वरचित – कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.