Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2024 · 1 min read

अनंत की ओर _ 1 of 25

अनंत की ओर

बहुत कुछ है जो ,बड़ा अजीब लगने लगा
दुनियाँ दारी ये मन , भीड से डरने लगा …

किनारों का मोह ना, सहारों की चाह रहीं
में तो बेफिक्र थी , समन्दर सिहरने लगा …

दौड़ रहीं है दुनियाँ, नम्बरों की होड़ में ,
मेरा प्यारा सा मन , शुन्य में ठहरने लगा …

ज़िन्दगी भर जिस , अंधेरे का ड़र था ,
साथ वो अंधेरा , परछाई सा चलने लगा …

उलझी रही ज़िन्दगी ,यूँ ही आस – पास ,
सोच का दायरा , अनंत को बढ़ने लगा ….

– क्षमा ऊर्मिला

2 Likes · 124 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kshma Urmila
View all
You may also like:
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
बगिया
बगिया
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
डोर
डोर
Dr. Mahesh Kumawat
मस्ती का त्योहार है,
मस्ती का त्योहार है,
sushil sarna
वक़्त के साथ खंडहर में
वक़्त के साथ खंडहर में "इमारतें" तब्दील हो सकती हैं, "इबारतें
*प्रणय*
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
हरवंश हृदय
मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ
मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ
gurudeenverma198
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
माटी
माटी
AMRESH KUMAR VERMA
Anxiety fucking sucks.
Anxiety fucking sucks.
पूर्वार्थ
दिवाली
दिवाली
Ashok deep
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
Ravi Betulwala
वज़्न - 2122 1212 22/112 अर्कान - फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन/फ़इलुन बह्र - बहर-ए-ख़फ़ीफ़ मख़बून महज़ूफ मक़तूअ काफ़िया: ओं स्वर रदीफ़ - में
वज़्न - 2122 1212 22/112 अर्कान - फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन/फ़इलुन बह्र - बहर-ए-ख़फ़ीफ़ मख़बून महज़ूफ मक़तूअ काफ़िया: ओं स्वर रदीफ़ - में
Neelam Sharma
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
Rajesh Tiwari
तुम्हारे लौट जाने के बाद
तुम्हारे लौट जाने के बाद
Saraswati Bajpai
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रमल मुसद्दस महज़ूफ़
रमल मुसद्दस महज़ूफ़
sushil yadav
पिता
पिता
Swami Ganganiya
prAstya...💐
prAstya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
समझौता
समझौता
Sangeeta Beniwal
ଏହି ମିଛ
ଏହି ମିଛ
Otteri Selvakumar
चली ⛈️सावन की डोर➰
चली ⛈️सावन की डोर➰
डॉ० रोहित कौशिक
फूल
फूल
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
हमारी नई दुनिया
हमारी नई दुनिया
Bindesh kumar jha
रमेशराज की एक तेवरी
रमेशराज की एक तेवरी
कवि रमेशराज
कठिनताओं की आवाजाही हीं तो, जीवन को लक्ष्य से मिलवाती है।
कठिनताओं की आवाजाही हीं तो, जीवन को लक्ष्य से मिलवाती है।
Manisha Manjari
"गरीबों की दिवाली"
Yogendra Chaturwedi
.
.
Ragini Kumari
"अदा"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...