अनंत आकाश
खुला अनंत आकाश है
उड़ने का हौसला रखो
सुनहरा महकता उजाला है
रोशनी में खुद को देखो
ठोकरों से घबरा कर
चलना मत छोड़ो
नाउम्मीद हो सपनों से
मुंह मत मोड़ो
बदलेंगे हालात ये
मन में तसल्ली रखो
खुला अनंत आकाश है
उड़ने का हौसला रखो
चित्रा बिष्ट