अदाकारियां
माना कि मेरे किरदार में अदाकारियां नहीं है।
मत समझो कि किस्मत में दुश्वारियां नहीं हैं।
हर शख्स से रखा है रिश्ता हमने पाक साफ
बात इतनी, दिल में कोई मक्कारियां नही हैं
बेफिक्र से रहते हैं हम ,जब से हो हमसफ़र
सब कुछ है लेकिन होशियारियां नहीं है।
बहुत मशगूल हैं हम जबसे इश्क कर लिया
नौकरी तेरी विरह की ,अब बेकारिया नहीं है ।
सब कुछ कर रहे हैं हम इक तय वक्त पर
बस आखिरी सफ़र की तैयारियां नहीं है।
सुरिंदर कौर