अटल
अटल –
अटल उत्कृष्ट अटल उत्कर्ष अटल अद्वितीय अद्भुत पहचान है।।
अटल अविरल अटल निर्मल अटल वर्तमान भारत मे सुचिता शिखर सम्मान है ।।
अटल संस्कृति अटल सांस्कार अटल मानवता अभ्युदय अवतार है।।
अटल शौम्य अटल शीतल अटल मृदु मानबता आचरण व्यवहार है।।
अटल रवि अटल कवि अटल सर्व मान्य सर्व हृदय विराट है अटल वक्ता पत्रकारिता शान स्वाभिमान है ।।
अटल राजनीति राजधर्म धुरंधर सम भाव युग मॉन है शिखर या धरातल अटल एक समान है ।।
भीड़ या एकाकी जीवन संघर्ष या सत्ता शीर्ष अटल अमृत धार प्रवाह है ।।
अटल निर्मल अटल निश्चल अटल अविरल अटल निर्झर अटल मर्यदा युग प्रभात है ।।
सत्ता का मद मोह नही अपयश से ही भय काल मृत्यु से अपराजित अटल काल अभिमान है।।
निर्मल मन की अक़्क्षुण आभा अटल नित्य निरंतर युग चेतना चमत्कार है ।।
अंधकार का मिटना नव सूर्योदय आना दल दल से बाहर निकल पदम् पुष्पित का वतर्मान भविष्य का अंतर्मन भाष्य है।।
नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उतर प्रदेश।।