*अज्ञानी की कलम*
अज्ञानी की कलम
खुली निगाहों से नज़ाकत देखी है।
हमनें शरीफ़ो की शराफ़त देखी है।।
क्यों अदावत यह ज़माना गरीबों से।
खुद्दा़रों की तुमने बगावत देखी है।।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झांसी उ•प्र•
अज्ञानी की कलम
खुली निगाहों से नज़ाकत देखी है।
हमनें शरीफ़ो की शराफ़त देखी है।।
क्यों अदावत यह ज़माना गरीबों से।
खुद्दा़रों की तुमने बगावत देखी है।।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झांसी उ•प्र•