अजर अमर सतनाम
मनखे मनखे जम्मो एक बरोबर,
जइसे पानी कोई बड़ सरोवर।
सत के कारन होथे सच्चा काज,
तभे तो सबो जघा हे एकरे राज।
सतनाम के करही जउन ह जाप,
कट जाही उँकर जम्मो सनताप।
जग म हे अजर अमर सतनाम,
अनन्त हे एकर परछो के बखान।
प्रकाशित कृति : ‘सतनाम संसार’ से…
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
भारत भूषण सम्मान प्राप्त।