अच्छी नहीं अफवाहें
यों ही नहीँ
हो जाती
घटना कोई
कहीं विवाद
कहीं संवाद
कहीं घोटाले
कहीं चौपाले
कहीं अफवाहें
कहीं नेट
कहीं इन्टरनेट
चल रहा है
दुर्घटनाओं
का दौर
संवेदनशील है
परिवेश आज
करों बात
न्याय की
हितेशी बनों
देश,समाज
परिवार के
बनेंगी जब
सकारात्मक
धारणा
हर एक की
नहीं होंगी
घटना कोई
दुर्घटना कोई
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल