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23 Jul 2016 · 1 min read

अगर तुम साथ चल दो तो सफ़र आसान हो जाये

अगर तुम साथ चल दो तो सफ़र आसान हो जाये
तुम्हे पाकर के हम सबसे बड़े धनवान हो जाये

वज़ाअत और सीरत में तेरी जादूगरी ऐसी
तुम्हे जो देख ले शैतान भी इन्सान हो जाये

ये दर्दे-दिल हमेशा के लिए मिट जाएगा हमदम
अता जो इक दफ़ा हमको तेरी मुस्कान हो जाये

ज़रा सी हुस्न की दौलत हमारे नाम भी कर दे
ये दौलत जो मिले हमको तो हम सुलतान हो जाये

न बदले तुम न बदले हम न बदले ये सफ़र ‘माही’
हमारा तुम तुम्हारा हम चलो ईमान बन जाये

माही

6 Comments · 346 Views
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