Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2023 · 1 min read

अखबार

ये जिंदगी मेरी क्यों अखबार हो गयी है,
छोटी छोटी बातों का प्रचार हो गयी है,
सब नजर रखते हैं हर पल मुझ पर,
लगता है जैसे कोई इश्तिहार हो गयी है।

मेरे हर व्यवहार पर रहती है सबकी नजर,
मेरे हर पल की रहती है सबको ही खबर,
कभी सुर्ख़ियों में बातों की मैं होती हूँ,
मेरे ऊपर सबकी होती निगाह हर पहर।

ये जिंदगी मेरी क्यों अखबार सी हो गयी है,
देख कर लोगों की सोच मन बेजार हो गयी है,
निजी हो या सामाजिक जिंदगी मेरी,
लगता है लोगों को मेरी हर वक्त दरकार हो गयी है।

सुकून का कोई पल नसीब नही होता है मुझे,
हर वक़्त मेरी बातें उलझा देता है मुझे,
चाहती हूं कि दुनिया की शोर से दूर जाऊँ,
अखबार सी दिखने की आदत हो गयी है मुझे।

चलो एक दिन का अखबार की तरह छुट्टी मनाऊं,
लोगों के पारखी नजरों से दूर जाकर मुस्कुराऊँ,
जी लो अपने हिसाब से जिंदगी को मैं वहाँ,
हँसी खुशी से रहूं और जिंदगी के गीत गुनगुनाऊँ।

Language: Hindi
113 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ये शास्वत है कि हम सभी ईश्वर अंश है। परंतु सबकी परिस्थितियां
ये शास्वत है कि हम सभी ईश्वर अंश है। परंतु सबकी परिस्थितियां
Sanjay ' शून्य'
वीरगति
वीरगति
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
बदली मन की भावना, बदली है  मनुहार।
बदली मन की भावना, बदली है मनुहार।
Arvind trivedi
मिलेंगे कल जब हम तुम
मिलेंगे कल जब हम तुम
gurudeenverma198
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
Sandeep Pande
वैर भाव  नहीं  रखिये कभी
वैर भाव नहीं रखिये कभी
Paras Nath Jha
कब तक यही कहे
कब तक यही कहे
मानक लाल मनु
मणिपुर कौन बचाए..??
मणिपुर कौन बचाए..??
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
फूलों से हँसना सीखें🌹
फूलों से हँसना सीखें🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सिलसिला
सिलसिला
Ramswaroop Dinkar
तुझसा कोई प्यारा नहीं
तुझसा कोई प्यारा नहीं
Mamta Rani
नवम दिवस सिद्धिधात्री,सब पर रहो प्रसन्न।
नवम दिवस सिद्धिधात्री,सब पर रहो प्रसन्न।
Neelam Sharma
और कितना मुझे ज़िंदगी
और कितना मुझे ज़िंदगी
Shweta Soni
Irritable Bowel Syndrome
Irritable Bowel Syndrome
Tushar Jagawat
बस करो, कितना गिरोगे...
बस करो, कितना गिरोगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
ऐसा इजहार करू
ऐसा इजहार करू
Basant Bhagawan Roy
हमारी वफा
हमारी वफा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*सियासत हो गई अब सिर्फ, कारोबार की बातें (हिंदी गजल/गीतिका)*
*सियासत हो गई अब सिर्फ, कारोबार की बातें (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
आत्मा की आवाज
आत्मा की आवाज
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
23/48.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/48.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
Dr. Harvinder Singh Bakshi
summer as festival*
summer as festival*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुत्ते
कुत्ते
Dr MusafiR BaithA
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
Dr fauzia Naseem shad
शुक्रिया जिंदगी!
शुक्रिया जिंदगी!
Madhavi Srivastava
"बगुला भगत"
Dr. Kishan tandon kranti
सच ही सच
सच ही सच
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...