“अक्षर”
“अक्षर”
अक्षर को हल्का न समझो
होते ये बड़ भारी,
क्षरित तो होते ही नहीं
जान लो ऐ दुनिया सारी।
कड़वे हों तो तीर बनकर
मन में घाव कर देते,
मीठे हों तो मरहम बनकर
सारे घाव भर देते।
“अक्षर”
अक्षर को हल्का न समझो
होते ये बड़ भारी,
क्षरित तो होते ही नहीं
जान लो ऐ दुनिया सारी।
कड़वे हों तो तीर बनकर
मन में घाव कर देते,
मीठे हों तो मरहम बनकर
सारे घाव भर देते।