Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

अंतस्थ वेदना

अंतस्थ वेदना
सुनो,चिंता मत करना,जीवन जीना कठिन है
नहीं आसान भी मरना।
मेरा हँसमुख होना ही काम आएगा तुम्हें भुलाने में।
बेशक पहली नज़र की प्रीत हो तुम,इक पल न लगा था तुम्हें चाहने में।

पता है बहुत खराब हैं तुम्हारी यादें।
जब भी मन से हँसती हूँ
आ जाती हैं मुझे रुलाने और समझाती हैं
हाँ ऐसे ही हँसना है।
तभी धीरे धीरे भुला पाऊंगी।
आदत है ना खुद की चाहतों
को गला दबाकर मारने की।
तुम भी तो अंतहीन चाहत हो मेरी।
बेशक पहली नज़र की प्रीत हो तुम,इक पल न लगा था तुम्हें चाहने में।
मेरा हँसमुख होना ही काम आएगा तुम्हें भुलाने में।

उलझाती रहती हूँ खुदको कामों में,
भूलती न आवाज़ तेरी गूँजती कानों में।
फुटकर हँसी है, सभी कहते मेरी
सजल हो उठती हैं आँखे रहती हैं भरी।
भावों की तो अद्भुत कलाबाज हूं मैं
अभिनय का अनभिज्ञ अंदाज़ हूं मैं।
बेशक पहली नज़र की प्रीत हो तुम,इक पल न लगा था तुम्हें चाहने में।
मेरा हँसमुख होना ही काम आएगा तुम्हें भुलाने में।
नीलम शर्मा ✍️

Language: Hindi
1 Like · 117 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अरे कुछ हो न हो पर मुझको कोई बात लगती है।
अरे कुछ हो न हो पर मुझको कोई बात लगती है।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरा नौकरी से निलंबन?
मेरा नौकरी से निलंबन?
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं।
बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के व्यवस्था-विरोध के गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के व्यवस्था-विरोध के गीत
कवि रमेशराज
अब इश्क़ की हर रात सुहानी होगी ।
अब इश्क़ की हर रात सुहानी होगी ।
Phool gufran
बड़े पद का घमंड इतना ना करो,
बड़े पद का घमंड इतना ना करो,
Ajit Kumar "Karn"
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*प्रणय*
माँ-बाप का किया सब भूल गए
माँ-बाप का किया सब भूल गए
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सिर्फ इंसान होना ही काफी नहीं है
सिर्फ इंसान होना ही काफी नहीं है
Ranjeet kumar patre
नई नई आंखे हो तो,
नई नई आंखे हो तो,
पूर्वार्थ
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है.......
जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है.......
shabina. Naaz
मेरी मौजूदगी बस हमारी सांसों तक है।
मेरी मौजूदगी बस हमारी सांसों तक है।
Rj Anand Prajapati
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
ruby kumari
क्या मालूम तुझे मेरे हिस्से में तेरा ही प्यार है,
क्या मालूम तुझे मेरे हिस्से में तेरा ही प्यार है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
How can I forget
How can I forget
VINOD CHAUHAN
समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल
समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मौन सभी
मौन सभी
sushil sarna
नजराना
नजराना
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जिंदगी गवाह हैं।
जिंदगी गवाह हैं।
Dr.sima
चाय और सिगरेट
चाय और सिगरेट
आकाश महेशपुरी
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
Sonam Puneet Dubey
*गधा (बाल कविता)*
*गधा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है
सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है
gurudeenverma198
ठहरना मुझको आता नहीं, बहाव साथ ले जाता नहीं।
ठहरना मुझको आता नहीं, बहाव साथ ले जाता नहीं।
Manisha Manjari
आइये - ज़रा कल की बात करें
आइये - ज़रा कल की बात करें
Atul "Krishn"
ज़िम्मेवारी
ज़िम्मेवारी
Shashi Mahajan
मुझे भी लगा था कभी, मर्ज ऐ इश्क़,
मुझे भी लगा था कभी, मर्ज ऐ इश्क़,
डी. के. निवातिया
4495.*पूर्णिका*
4495.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जात आदमी के
जात आदमी के
AJAY AMITABH SUMAN
Loading...