Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Nov 2021 · 1 min read

अंतर

” अरे मैं इतनी बूढ़ी औरत से काम नही करवाऊंगी… किसी और को लेकर आना , उस बूढ़ी औरत को देख शर्मिला ने उसकी बेटी से कहा । ”

” भाभी जी मेरी मम्मी से काम करवा कर तो देखिए , वो तो कोरोना की वजह से काम छुट गया है नही तो बहुत जगह काम करती थी । ”

” क्या कहा बहुत जगह काम करती थी ? ”

” और क्या अच्छा चलिए एक दिन काम करवा लिजिए ठीक नही लगेगा तो आगे मत करवाईयेगा। ”

सोचा आज काम करवा लेती हूॅं आज के पैसे लेकर कल से मना कर दूंगी ।

” अंदर आओ दादी ! कितनी उम्र है तुम्हारी ? ”

” पचपन साल ।”

” हैं पचपन साल ? छप्पन की तो मैं हूॅं और तुमसे आधी उम्र की लगती हूॅं । ”

” आप लोगों का खान-पान और हम लोगों के खान – पान में बहुत अंतर होता है इसलिए शरीर में भी अंतर होता है । ”

” हमारे शरीर पर मत जाइए काम में कोई उम्र नही दिखाई देगी । ”

” लेकिन एक साल के बड़े छोटे में इतना अंतर दादी ? ”

” अब मुझे उसको दादी कहने में झिझक हो रही थी । ”

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 20/09/2021 )

Language: Hindi
537 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-430💐
💐प्रेम कौतुक-430💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गल्प इन किश एंड मिश
गल्प इन किश एंड मिश
प्रेमदास वसु सुरेखा
"काली सोच, काले कृत्य,
*Author प्रणय प्रभात*
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बाबुल का आंगन
बाबुल का आंगन
Mukesh Kumar Sonkar
*प्रकृति का नव-वर्ष 【घनाक्षरी】*
*प्रकृति का नव-वर्ष 【घनाक्षरी】*
Ravi Prakash
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
नेताम आर सी
मिट्टी के परिधान सब,
मिट्टी के परिधान सब,
sushil sarna
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
कवि दीपक बवेजा
"दर्द दर्द ना रहा"
Dr. Kishan tandon kranti
हमारे तो पूजनीय भीमराव है
हमारे तो पूजनीय भीमराव है
gurudeenverma198
तनिक लगे न दिमाग़ पर,
तनिक लगे न दिमाग़ पर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ब्रह्मांड के विभिन्न आयामों की खोज
ब्रह्मांड के विभिन्न आयामों की खोज
Shyam Sundar Subramanian
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
Shweta Soni
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
Manisha Manjari
"पापा की परी"
Yogendra Chaturwedi
फसल , फासला और फैसला तभी सफल है अगर इसमें मेहनत हो।।
फसल , फासला और फैसला तभी सफल है अगर इसमें मेहनत हो।।
डॉ० रोहित कौशिक
मेला झ्क आस दिलों का ✍️✍️
मेला झ्क आस दिलों का ✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कीमत
कीमत
Paras Nath Jha
बेफिक्री की उम्र बचपन
बेफिक्री की उम्र बचपन
Dr Parveen Thakur
माँ
माँ
The_dk_poetry
मेरी आंखों के काजल को तुमसे ये शिकायत रहती है,
मेरी आंखों के काजल को तुमसे ये शिकायत रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पिता
पिता
Neeraj Agarwal
3333.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3333.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
पूर्वार्थ
बकरी
बकरी
ganjal juganoo
अभी सत्य की खोज जारी है...
अभी सत्य की खोज जारी है...
Vishnu Prasad 'panchotiya'
*
*"गंगा"*
Shashi kala vyas
हाल मियां।
हाल मियां।
Acharya Rama Nand Mandal
हर हाल में खुश रहने का सलीका तो सीखो ,  प्यार की बौछार से उज
हर हाल में खुश रहने का सलीका तो सीखो , प्यार की बौछार से उज
DrLakshman Jha Parimal
Loading...