Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Nov 2016 · 1 min read

हम तो परदे खोल रहे हैं

हम तो परदे खोल रहे हैं
क्यों सिंहासन डोल रहे हैं

बेड़ा गरक हो चुका उनका
फिर भी नफरत घोल रहे हैं

खुसुर पुसुर है घर पर, जिनके
खातों में कुछ झोल रहे हैं

बदल रहे इतिहास देश का
और बदल भूगोल रहे हैं

कितनी खुश है, नन्हीं गुड़िया
उसके सिक्के बोल रहे हैं

फिंके आज रद्दी की माफिक
जो इक दिन अनमोल रहे हैं

झाँक रहे हैं बगलें अब तो
जो भी गोल मटोल रहे हैं

पापी सभी सजा पायेंगे
जिनके जैसे रोल रहें हैं

बड़े नोट कोने में छुपकर
आज समय को तोल रहे हैं

1 Like · 1 Comment · 168 Views

Books from बसंत कुमार शर्मा

You may also like:
It is not necessary to be beautiful for beauty,
It is not necessary to be beautiful for beauty,
Sakshi Tripathi
तुम्हारे रुख़सार यूँ दमकते
तुम्हारे रुख़सार यूँ दमकते
Anis Shah
आज की प्रस्तुति: भाग 5
आज की प्रस्तुति: भाग 5
Rajeev Dutta
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
SZUBAIR KHAN KHAN
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
■ लघुकथा / रेल की खिड़की
■ लघुकथा / रेल की खिड़की
*Author प्रणय प्रभात*
बुंदेली दोहा
बुंदेली दोहा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दुर्गा मां से प्रार्थना
दुर्गा मां से प्रार्थना
Dr.sima
अज़ब सा हाल तेरे मजनू ने बना रक्खा है By Vinit Singh Shayar
अज़ब सा हाल तेरे मजनू ने बना रक्खा है By...
Vinit kumar
घर आवाज़ लगाता है
घर आवाज़ लगाता है
Surinder blackpen
मेरी क्यारी फूल भरी
मेरी क्यारी फूल भरी
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
कर रहे शुभकामना...
कर रहे शुभकामना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
💐प्रेम कौतुक-262💐
💐प्रेम कौतुक-262💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कोशिश पर लिखे अशआर
कोशिश पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
छोटी-छोटी बातों में लड़ते हो तुम।
छोटी-छोटी बातों में लड़ते हो तुम।
Buddha Prakash
कोई भी रंग उस पर क्या चढ़ेगा..!
कोई भी रंग उस पर क्या चढ़ेगा..!
Ranjana Verma
हौसला जिद पर अड़ा है
हौसला जिद पर अड़ा है
कवि दीपक बवेजा
तीर तुक्के
तीर तुक्के
सूर्यकांत द्विवेदी
हसीन तेरी सूरत से मुझको मतलब क्या है
हसीन तेरी सूरत से मुझको मतलब क्या है
gurudeenverma198
भारतीय संस्कृति और उसके प्रचार-प्रसार की आवश्यकता
भारतीय संस्कृति और उसके प्रचार-प्रसार की आवश्यकता
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
★उसकी यादें ★
★उसकी यादें ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
☘☘🌸एक शेर 🌸☘☘
☘☘🌸एक शेर 🌸☘☘
Ravi Prakash
प्रणय 8
प्रणय 8
Ankita Patel
नगर से दूर......
नगर से दूर......
Kavita Chouhan
अज़ीब था
अज़ीब था
Mahendra Narayan
"मैं मोहब्बत हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
" निरोग योग "
Dr Meenu Poonia
प्रीति के दोहे, भाग-3
प्रीति के दोहे, भाग-3
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कर्म और ज्ञान
कर्म और ज्ञान
Vijay kannauje
मैं आग लगाने आया हूं
मैं आग लगाने आया हूं
Shekhar Chandra Mitra
Loading...