“हँसिया”
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“हँसिया”
हँसिया होती वक्र समान,
लोहे का यह बना सामान।
जंगल झाड़ी खेत खलियान,
हर जगह देखो इसकी शान।
कामगारों की खास पहचान,
सब करते इसका गुणगान।
“हँसिया”
हँसिया होती वक्र समान,
लोहे का यह बना सामान।
जंगल झाड़ी खेत खलियान,
हर जगह देखो इसकी शान।
कामगारों की खास पहचान,
सब करते इसका गुणगान।