Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2016 · 1 min read

समय ने कहाँ // कविता

इंसान ने समय से पूछा,
कब ठहरोगे तुम ?
समय ने कहाँ !
मैं अनंत हूँ,
मैं परिवर्तनशील हूँ,
अतीत से कल की ओर
प्रवाहमान हूँ ?
समय ने इंसान से कहाँ
बंधु मेरे साथ चल
ना मेल होंगे दोबारा
मेरी रफ्तार से चल !
खामोशी से समय ने कहाँ
तू नहीं बड़ा इस संसार में
समय की प्रकृति समझ
तू इंतज़ार में
किसके लिए खड़ा है ?
हार के बैठा है
किस कारण से
तुम्हें मालूम हैं न
समय परिवर्तनशील, प्रवाहमान हैं ???

दुष्यंत कुमार पटेल”चित्रांश”

Language: Hindi
439 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

त्याग
त्याग
डॉ. श्री रमण
दोहा पंचक. . . संघर्ष
दोहा पंचक. . . संघर्ष
Sushil Sarna
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
बरसने लगे जो कभी ये बादल I
बरसने लगे जो कभी ये बादल I
PRATIK JANGID
2864.*पूर्णिका*
2864.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नई सुबह
नई सुबह
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
*चरखा (बाल कविता)*
*चरखा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
শিবের গান
শিবের গান
Arghyadeep Chakraborty
विदा दे मुझे
विदा दे मुझे
Shekhar Chandra Mitra
सच्चे कवि और लेखक का चरित्र।
सच्चे कवि और लेखक का चरित्र।
Priya princess panwar
Inkbound
Inkbound
Tharthing zimik
चैन अमन
चैन अमन
भगवती पारीक 'मनु'
"एक दीवाना ऐसा भी"
Dr. Kishan tandon kranti
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
दीपक बवेजा सरल
मैं क्या जानूं क्या होता है किसी एक  के प्यार में
मैं क्या जानूं क्या होता है किसी एक के प्यार में
Manoj Mahato
*जन्म-दिवस आते रहें साल दर साल यूँ ही*
*जन्म-दिवस आते रहें साल दर साल यूँ ही*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नव वर्ष सुन्दर रचे, हम सबकी हर सोंच।
नव वर्ष सुन्दर रचे, हम सबकी हर सोंच।
श्याम सांवरा
बहुत ही हसीन तू है खूबसूरत
बहुत ही हसीन तू है खूबसूरत
gurudeenverma198
मेरी अर्थी🌹
मेरी अर्थी🌹
Aisha Mohan
यादें जो याद रह जाती है
यादें जो याद रह जाती है
Dr fauzia Naseem shad
मेरा कौन यहाँ 🙏
मेरा कौन यहाँ 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
Ranjeet kumar patre
गुलें-ए-चमन
गुलें-ए-चमन
manjula chauhan
उस के धागों में दिल के ख़ज़ाने निहाँ
उस के धागों में दिल के ख़ज़ाने निहाँ
पूर्वार्थ
बारिश की बूँदें
बारिश की बूँदें
Rambali Mishra
बहुत कुछ बदल गया है
बहुत कुछ बदल गया है
Davina Amar Thakral
धनिकों के आगे फेल
धनिकों के आगे फेल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
स्मृति
स्मृति
Neeraj Kumar Agarwal
गुरू रहमत का गुलाब....
गुरू रहमत का गुलाब....
Dr .Shweta sood 'Madhu'
हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे,
हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...