संवाद होना चाहिए
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बढ़ रही असहिष्णुता आज समाज में
क्षीण होती उदारता की भावना समाज में ।१।
बढ़ रहा संवाद अब, संवादहीनता की ओर
मानस भी बढ़ रहा भिन्नता की ओर।२।
है अनेक समस्या आज समाज की
है निहित समाधान इसका संवाद ही।३।
प्रत्येक समस्या का समाधान होना चाहिए
अवश्य ही आज, संवाद होना चाहिए ।४।
हत्या, आत्महत्या हो रही समाज में
अनेक अपराधों का बचाव भी संवाद में ।५।
हो अधिक से अधिक परस्पर संवाद
विकसित हो अब अधिकतर संवाद।६।
मानस न हो अपनी दिनचर्या में व्यस्त
अभाव न रहें अब बनने में स्वस्थ।७।
अपनो के लिए तो समय निकालना चाहिए
अवश्य ही आज, संवाद होना चाहिए ।८।
संवाद का अभाव , वैचारिक संकीर्णता
परस्पर लड़ना-झगड़ना इसका ही कारण ।९।
गिरता स्तर समाज में आज संवाद का
फैल रहा समाज में अशान्ति का वातावरण।१०।
कर रहा मानव एक-दूजे में शंका
बन रहा यही विनाश, त्रासदी का कारण ।११।
अब तो गहन विचार होना चाहिए
अवश्य ही आज, संवाद होना चाहिए ।१२।
विखरते सम्बध, टूटता परिवार
मानव यह जीवन करता निराधार।१३।
हो रहा जीवन नर्क में परिवर्तित
समाज भी हो रहा आज खंडित।१४।
#एकाकी और #अवसाद में विराम होना चाहिए
अवश्य ही आज, संवाद होना चाहिए।१५।
✍#संजय_कुमार_सन्जू
शिमला हिमाचल प्रदेश।