Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 May 2023 · 2 min read

वो क्या था

वो क्या था

बचपन में
जब पिता जी ने
अपने कंधे पर बिठा कर
मेला घुमाया था
तब मुझे नही पता था
वो क्या था

थोड़ा बड़ा हुआ तो
गोद में उठा कर
स्कूल तक लाये थे
मुझे अकेला छोड़ कर
वापस चले गए थे
तब मुझे नही पता था
वो क्या था

एक खिलोने की ज़िद करके
जब मैं रोया था
दोपहर की गर्मी में
पसीने से लथपथ
बाजार जाकर खिलोना लाए थे
तब मुझे नही पता था
वो क्या था

हर त्योहार पर
नए कपड़े सिलवाना
सबके लिए मिठाई
और तोहफे लाना
खुद वही पुराने कपड़े पहनना
तब मुझे नही पता था
वो क्या था

स्कूल से निकल कर
कॉलेज में जाना
कॉलेज का दूर होना
कॉलेज जाने के लिए मुझे
नई साईकल दिलाना
तब मुझे नही पता था
वो क्या था

कॉलेज में दोस्तों के संग
कैंटीन में चाय समोसे खाना
दोस्तों की फरमाइश पूरी करने को
पिता जी से पैसे मांगना
कुछ भी मुझसे पूछे बिना
जेब से सारे पैसे निकाल कर दे देना
तब मुझे नही पता था
वो क्या था

आज जब पढ़ लिख कर
एक कामयाब इंसान बन गया
इस कामयाबी के पीछे
छिपा किसी का दर्द
किसी का प्यार
सब समझ में आ रहा है

तब जिसने अपना सब कुछ
मुझे कामयाब बनाने में लगा दिया
आज भी वही पुराना कुर्ता पहने
पिता जी ने सीने से लगा लिया

पिता जी का चेहरा
और उनका वो पुराना कुर्ता
खुशी से चमक रहे थे
हम दोनों की आँखो से
खुशी के आंसू बह रहे थे

आज वो सब कुछ समझ आ गया था
आज मुझे पता चल गया था
तब का वो सब क्या था
वो उनकी आँखों का सपना था
जो आज पूरा हो गया था

Language: Hindi
1 Like · 366 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दुनिया की गाथा
दुनिया की गाथा
Anamika Tiwari 'annpurna '
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
बचपन
बचपन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कह रहे हैं मैं बुरी हूँ लेकिन
कह रहे हैं मैं बुरी हूँ लेकिन
Shweta Soni
"वक्त इतना जल्दी ढल जाता है"
Ajit Kumar "Karn"
#दोहा-
#दोहा-
*प्रणय प्रभात*
2489.पूर्णिका
2489.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
When you think it's worst
When you think it's worst
Ankita Patel
अद्वितीय संवाद
अद्वितीय संवाद
Monika Verma
*** रेत समंदर के....!!! ***
*** रेत समंदर के....!!! ***
VEDANTA PATEL
// स्वर सम्राट मुकेश जन्म शती वर्ष //
// स्वर सम्राट मुकेश जन्म शती वर्ष //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
Sarfaraz Ahmed Aasee
मुद्दतों बाद मिलते पैर लड़खड़ाए थे,
मुद्दतों बाद मिलते पैर लड़खड़ाए थे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
ज्योति
ज़िंदगी की
ज़िंदगी की
Dr fauzia Naseem shad
आपका स्नेह पाया, शब्द ही कम पड़ गये।।
आपका स्नेह पाया, शब्द ही कम पड़ गये।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
महान क्रांतिवीरों को नमन
महान क्रांतिवीरों को नमन
जगदीश शर्मा सहज
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
शेखर सिंह
इजोत
इजोत
श्रीहर्ष आचार्य
क्या हुआ जो तूफ़ानों ने कश्ती को तोड़ा है
क्या हुआ जो तूफ़ानों ने कश्ती को तोड़ा है
Anil Mishra Prahari
नवरात्रि के इस पावन मौके पर, मां दुर्गा के आगमन का खुशियों स
नवरात्रि के इस पावन मौके पर, मां दुर्गा के आगमन का खुशियों स
Sahil Ahmad
I'm not proud
I'm not proud
VINOD CHAUHAN
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*बिना तुम्हारे घर के भीतर, अब केवल सन्नाटा है ((गीत)*
*बिना तुम्हारे घर के भीतर, अब केवल सन्नाटा है ((गीत)*
Ravi Prakash
बिखरे सपने
बिखरे सपने
Kanchan Khanna
औरत
औरत
नूरफातिमा खातून नूरी
किरणों का कोई रंग नहीं होता
किरणों का कोई रंग नहीं होता
Atul "Krishn"
बेटा राजदुलारा होता है?
बेटा राजदुलारा होता है?
Rekha khichi
मनवा मन की कब सुने,
मनवा मन की कब सुने,
sushil sarna
Loading...