Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

दुनिया की गाथा

दुनिया के लोगों की गाथा विचित्र है,
जन्मे एक कोख से आचरण भिन्न है।

संत होय कोई – कोई होते बलबीर,
होते कोई दानी करत आचरण पुनीत।

राम ही ब्रह्म है ब्रह्म से जगत है ,
भरत ,लक्ष्मण ,शत्रुघ्न में राम का ही अंश है।

संपूर्ण ब्रह्मांड में केवल राम ही सत्य है,
राममय जग है राममय जग है।

आधुनिकता का दौर आया बड़ा विचित्र है,
रामचरितमानस ही इसका मूल मंत्र है।

संसार रूपी रंगमंच माया से सजा है,
विभिन्न कलाओं में डूबे अभिनय कर्ता हैं।

Language: Hindi
28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बर्फ़ के भीतर, अंगार-सा दहक रहा हूँ आजकल-
बर्फ़ के भीतर, अंगार-सा दहक रहा हूँ आजकल-
Shreedhar
पिता का साया
पिता का साया
Neeraj Agarwal
*दायरे*
*दायरे*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बेटियां
बेटियां
करन ''केसरा''
जिद और जुनून
जिद और जुनून
Dr. Kishan tandon kranti
जो ज़िम्मेदारियों से बंधे होते हैं
जो ज़िम्मेदारियों से बंधे होते हैं
Paras Nath Jha
विछोह के पल
विछोह के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आई वर्षा
आई वर्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
Sarfaraz Ahmed Aasee
अब तो इस राह से,वो शख़्स गुज़रता भी नहीं
अब तो इस राह से,वो शख़्स गुज़रता भी नहीं
शेखर सिंह
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
किसी ज्योति ने मुझको यूं जीवन दिया
किसी ज्योति ने मुझको यूं जीवन दिया
gurudeenverma198
जुदाई की शाम
जुदाई की शाम
Shekhar Chandra Mitra
*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*
*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
Mohan Pandey
When winter hugs
When winter hugs
Bidyadhar Mantry
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अपनी मर्ज़ी के
अपनी मर्ज़ी के
Dr fauzia Naseem shad
लिख दूं
लिख दूं
Vivek saswat Shukla
जन्मदिन पर आपके दिल से यही शुभकामना।
जन्मदिन पर आपके दिल से यही शुभकामना।
सत्य कुमार प्रेमी
#मौसनी_मसखरी
#मौसनी_मसखरी
*प्रणय प्रभात*
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बुंदेली दोहा-गर्राट
बुंदेली दोहा-गर्राट
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आईना
आईना
Sûrëkhâ
Though of the day 😇
Though of the day 😇
ASHISH KUMAR SINGH
बंद पंछी
बंद पंछी
लक्ष्मी सिंह
प्रेम की बंसी बजे
प्रेम की बंसी बजे
DrLakshman Jha Parimal
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
कवि दीपक बवेजा
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
Phool gufran
उधार और मानवीयता पर स्वानुभव से कुछ बात, जज्बात / DR. MUSAFIR BAITHA
उधार और मानवीयता पर स्वानुभव से कुछ बात, जज्बात / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Loading...