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19 Feb 2023 · 1 min read

“विडम्बना”

“विडम्बना”
चाहे कुछ भी हो जाए
मगर दुनिया को
श्रम-कण से सींचने वाले
कभी ईश्वर नहीं बन पाएंगे,
और सारे लूटने वाले
ईश्वर बनकर
सब कुछ हड़प ले जाएंगे।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति

3 Likes · 2 Comments · 69 Views
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