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18 Feb 2024 · 1 min read

यह नफरत बुरी है ना पालो इसे

यह नफरत बुरी है ना पालो इसे
दिलों में खलिश है निकालो इसे–यह नफरत
न तेरा न मेरा न इसका न उसका
है सबका वतन ये बचा लो इसे–यह नफरत
हमीं हैं सहारा इस प्यारे वतन का
मजबूत कंधों पर उठा लो इसे–यह नफरत
गिरी साख इसकी है नेतागिरी से
लड़खड़ाया वतन सम्भालो इसे–यह नफरत
बुझा बैठे हो क्यों दिल का दीपक
ज्ञान की बाती से जला लो इसे–यह नफरत
न देखो धर्म और जाति किसी की
तुम अपने गले से लगा लो इसे–यह नफरत
करना है जो आज न सोचो ज्यादा
कल पर कभी भी ना टालो इसे–यह नफरत
न अपमान किसी का करना ज़ुबाॅ॑ से
मीठी ही मीठी बस बना लो इसे–यह नफरत
करो कर्म मेहनत जी जान से तुम
आदर्श जीवन का बना लो इसे–यह नफरत
ना तिरंगे को झुकाने देना कभी भी
सिर से भी ऊॅ॑चा उठा लो इसे–यह नफरत

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