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17 Jan 2023 · 1 min read

मुरशिद

मुरशिद सयाना हो,
मुरीद अयाना हो।
हुक्म की तामील करे
जन्नत का बयाना हो।

मुरशिद कामिल हो,
मुरीद आमिल हो।
अमल करें हुक्म की,
अंदर खुदा शामिल हो।

-सतीश सृजन, लखनऊ.

Language: Hindi
44 Views
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