Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

मुक्तक

शाम ढल गयी है मगर रात रह गयी है!
मेरी चन्द लम्हों की बात रह गयी है!
किसतरह मैं रोक दूँ यादों का कारवाँ?
तेरे दर्द की अभी सौगात रह गयी है!

#महादेव_की_कविताऐं’

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
178 Views
You may also like:
*🔱नित्य हूँ निरन्तर हूँ...*
*🔱नित्य हूँ निरन्तर हूँ...*
Dr Manju Saini
वो एक विभा..
वो एक विभा..
Parvat Singh Rajput
हरित वसुंधरा।
हरित वसुंधरा।
Anil Mishra Prahari
मैं
मैं
Ranjana Verma
बड़ी मोहब्बतों से संवारा था हमने उन्हें जो पराए हुए है।
बड़ी मोहब्बतों से संवारा था हमने उन्हें जो पराए हुए...
Taj Mohammad
मृत्यु के बाद भी मिर्ज़ा ग़ालिब लोकप्रिय हैं
मृत्यु के बाद भी मिर्ज़ा ग़ालिब लोकप्रिय हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्रेम
प्रेम
Shekhar Chandra Mitra
हौसला (हाइकु)
हौसला (हाइकु)
Vijay kumar Pandey
होली गीत
होली गीत
umesh mehra
बड़ी मुश्किल से लगा दिल
बड़ी मुश्किल से लगा दिल
कवि दीपक बवेजा
एक जिंदगी एक है जीवन
एक जिंदगी एक है जीवन
विजय कुमार अग्रवाल
⚘️🌾गीता के प्रति मेरी समझ🌱🌷
⚘️🌾गीता के प्रति मेरी समझ🌱🌷
Ankit Halke jha
इतनी निराशा किस लिए
इतनी निराशा किस लिए
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सोती रातों में ख़्वाब देखा अब इन आँखों को जागना है,
सोती रातों में ख़्वाब देखा अब इन आँखों को जागना...
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
पेशावर की मस्जिद में
पेशावर की मस्जिद में
Satish Srijan
तुमने देखा ही नहीं
तुमने देखा ही नहीं
Surinder blackpen
तुझमें वह कशिश है
तुझमें वह कशिश है
gurudeenverma198
जब ज़रूरत के
जब ज़रूरत के
Dr fauzia Naseem shad
मातृभूमि तुझ्रे प्रणाम
मातृभूमि तुझ्रे प्रणाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
■ कविता / आह्वान करें...!!
■ कविता / आह्वान करें...!!
*Author प्रणय प्रभात*
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बिना तनख्वाह की नौकरानी (लघुकथा)
बिना तनख्वाह की नौकरानी (लघुकथा)
Ravi Prakash
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Writing Challenge- जल (Water)
Writing Challenge- जल (Water)
Sahityapedia
देर
देर
पीयूष धामी
मैं आंसू बहाता रहा,
मैं आंसू बहाता रहा,
अनिल अहिरवार"अबीर"
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
Seema Verma
నా తెలుగు భాష..
నా తెలుగు భాష..
विजय कुमार 'विजय'
💐अज्ञात के प्रति-6💐
💐अज्ञात के प्रति-6💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...