मन कहता है
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– मन कहता है,,
अभी तो यौवन है
आंखों में चमक है
बालों में रौनक है
चेहरे पर लाली है,
मन में हाली है,
दिल ख्याली है,
चाल हिरनी सी ठनक है,
खूबसूरती में निराली सनक है,
पर मन कहता है,,,,,
तुम मुझे कब तक चाहोगे?
वक्त गुजारते देर नहीं लगती
उम्र भी ढलने लगेगी ,
आंखें भी निस्तेज होने लगेगी,
बाल भी सफेदी से रंगने लगेंगे,
पैर जब लड़खड़ाते चलेंगे
तन की शोभा जाने लगेगी
क्या तुम दोगे मेरा साथ
रहोगे मेरे पास!!!!
दिल से दे पाओगे मान,,
साथ रह पाओगे आखिरी पड़ाव
पर जब तक रहेगी मेरी सांस।।।