मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
कदम बढ़े मदिरा पीने को मदिरालय द्वार खड़काया
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
मिलना तो होगा नही अब ताउम्र
💐 Prodigy Love-27💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वक्त वक्त की बात है आज आपका है,तो कल हमारा होगा।
खुद के हाथ में पत्थर,दिल शीशे की दीवार है।
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
पथिक तुम इतने विव्हल क्यों ?
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मदिरा वह धीमा जहर है जो केवल सेवन करने वाले को ही नहीं बल्कि
शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता।
ओ मुसाफिर, जिंदगी से इश्क कर
*रामपुर रियासत में बिजली के कनेक्शन*
दुःख ले कर क्यो चलते तो ?