मत कहना …
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/894666ab762fe96b9f76ba8e6a38f62d_406d51c95267c316251652ccf2c8cacf_600.jpg)
मत कहना अपने पिता से ये,
कि आपने मेरे लिए किया ही क्या है ।
मत कहना अपनी माँ से ये,
कि आपने मुझको दिया ही क्या है।
क्योंकि तुम्हारे पिता ने पसीना बहाकर
तुम्हारे लिए दो रोटियाँ कमाई हैं ।
और तुम्हारी माँ ने खुद भूखे रहकर ,
वो रोटियाँ तुमको खिलाई है ।।
— सूर्या