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29 Sep 2022 · 1 min read

बोलना ही पड़ेगा

साथी, तुझे अब
बोलना ही होगा!
दिल का हर राज़
खोलना ही होगा!!
तू कहीं पड़ी-पड़ी
पत्थर न हो जाए!
अपनी जगह से
डोलना ही होगा!!
Shekhar Chandra Mitra
#feministpoetry #स्त्रीविमर्श #usa
#हक़ #IranProtests #hijab #uno #PatriarchalSociety #Feudalism

Language: Hindi
62 Views
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