*फूल तितली पत्तियाँ 【हिंदी गजल/गीतिका】*
फूल तितली पत्तियाँ 【हिंदी गजल/गीतिका】
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(1)
किसलिए किसने बनाईं ,फूल तितली पत्तियाँ
कुछ समझ में आ न पाईं, फूल तितली पत्तियाँ
(2)
रंग यह कितने मधुर, संसार में बिखरे हुए
नित्य नूतन मुस्कुराईं, फूल तितली पत्तियाँ
(3)
हँस उठा, रोता हुआ बच्चा भी जिनको देखकर
बाल-मन को यों लुभाईं,फूल तितली पत्तियाँ
(4)
देखकर इनको करें हम, क्यों मरण की कामना
लग रहा अमृत-नहाईं, फूल तितली पत्तियाँ
(5)
चार दिन की जिंदगी, जी कर सभी जाते रहे
याद पर सौ बार आईं , फूल तितली पत्तियाँ
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451