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8 Mar 2017 · 1 min read

अमन हिंद की महिलाएँ हैं ,प्रेममयी मुस्कान हैं

अमन, हिंद की महिलाएँ हैं, प्रेममयी मुस्कान है|
बेटी, माता, पत्नीरूपी सुंदर अमल वितान हैं |
पावन मंदिर अपनापन का, तथा भाव आकाश बन
नेह लुटातीं, सदा सुपावन जीवन का मृदु गान हैं|

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता

महिला दिवस पर आप सभी को अनंत हार्दिक शुभकामनाएँ

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
633 Views

Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak

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