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23 Jun 2023 · 1 min read

ध्यान में इक संत डूबा मुस्कुराए

ध्यान में इक संत डूबा मुस्कुराए
कैसे दुनिया को नई दुनिया दिखाए

एक भंवरा रोज़ अपना सर खपाए
फूल को वापस कली कैसे बनाए

कागज़ों की तितलियों में रंग भर कर
बच्चा सोचे अब इन्हें कैसे उड़ाए

भागा भागा फिर रहा बादल गगन में
आज वह बिजली कहां किस पर गिराए

सुब्हदम है ओस की इक बूंद व्याकुल
कैसे ख़ुद को भाप होने से बचाए

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