प्रतिबद्ध मन
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मकसद है,
दूरदर्शिता है,
योजना भी है,
मंजिल तक
पहुँचने की।
कमी होती है तो
बस लक्ष्य के प्रति
प्रतिबद्ध मन की।
आधे-अधूरे मन से
काम करने की प्रवृत्ति
हमें सपनों से
दूर कर देती है।
कई मौकों का
दम धोट देती है
-लक्ष्मी सिंह
मकसद है,
दूरदर्शिता है,
योजना भी है,
मंजिल तक
पहुँचने की।
कमी होती है तो
बस लक्ष्य के प्रति
प्रतिबद्ध मन की।
आधे-अधूरे मन से
काम करने की प्रवृत्ति
हमें सपनों से
दूर कर देती है।
कई मौकों का
दम धोट देती है
-लक्ष्मी सिंह