Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jun 2023 · 1 min read

नहीं भुला पाएंगे मां तुमको, जब तक तन में प्राण

नहीं भुला पाएंगे मां तुमको, जब तक तन में प्राण

नहीं भुला पाएंगे मां तुमको, जब तक तन में प्राण
श्री चरणों में नमन मातु, मां तुम थीं जीवन प्राण
तुम मुझको इस जग में लाईं, तुमने सृष्टि दिखाई
अश्रु विंदु के गंगा जल से, तर्पण और विदाई
नहीं भुला पाएंगे माते, महान गोद सुखदाई
नहीं भुला पाएंगे मां तुमको, तुमने मुझको पहचान दी
तुमसे बढ़कर नहीं जगत में, तुम करुणा थीं भगवान की
नहीं आशीर्वाद मां तेरे जैसा, तुम आशीष थीं श्री भगवान की
तेरे आंचल में पाईं मां, खुशियां सकल जहान की
तेरे चरणों में तीरथ हैं , तुम झोली थीं बरदान की
त्याग तपस्या की मूरत , तुम सूरत थीं बलिदान की
तीन लोक में नहीं है तुम सा, तुम मूरत थीं भगवान की
नहीं है कोई जग में उपमा, न मां समान कोई नाता
श्री चरणों में नमन है माता, तुम जीवन भाग्य विधाता
नहीं भुला पाएंगे मां तुमको,जब तक तन में प्राण
रोम रोम है ऋणी तुम्हारा, मां कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
आपकी पूज्य माता जी श्रीमती कुंती व्यास जी के देव लोक गमन पर सादर श्रद्धांजलि।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

3 Likes · 1 Comment · 565 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
धोखेबाजी का दौर है साहब
धोखेबाजी का दौर है साहब
Ranjeet kumar patre
■ साल चुनावी, हाल तनावी।।
■ साल चुनावी, हाल तनावी।।
*प्रणय प्रभात*
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
आर.एस. 'प्रीतम'
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
Anamika Tiwari 'annpurna '
भारत मां की पुकार
भारत मां की पुकार
Shriyansh Gupta
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
Phool gufran
.......
.......
शेखर सिंह
बुंदेली_मुकरियाँ
बुंदेली_मुकरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तूने कहा कि मैं मतलबी हो गया,,
तूने कहा कि मैं मतलबी हो गया,,
SPK Sachin Lodhi
3085.*पूर्णिका*
3085.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"मंजिलें"
Dr. Kishan tandon kranti
ईश्वर
ईश्वर
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
*नयनों में तुम बस गए, रामलला अभिराम (गीत)*
*नयनों में तुम बस गए, रामलला अभिराम (गीत)*
Ravi Prakash
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
Not a Choice, But a Struggle
Not a Choice, But a Struggle
पूर्वार्थ
चाँदनी रातों में बहार-ए-चमन,
चाँदनी रातों में बहार-ए-चमन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मकड़ी ने जाला बुना, उसमें फँसे शिकार
मकड़ी ने जाला बुना, उसमें फँसे शिकार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मृत्यु पर विजय
मृत्यु पर विजय
Mukesh Kumar Sonkar
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो, भाषाओं से जुड़ना सीखो, अपनों से मुँह ना
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो, भाषाओं से जुड़ना सीखो, अपनों से मुँह ना
DrLakshman Jha Parimal
प्रियवर
प्रियवर
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
" बिछड़े हुए प्यार की कहानी"
Pushpraj Anant
कुछ अजीब से वाक्या मेरे संग हो रहे हैं
कुछ अजीब से वाक्या मेरे संग हो रहे हैं
Ajad Mandori
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
**** मानव जन धरती पर खेल खिलौना ****
**** मानव जन धरती पर खेल खिलौना ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रीति चुनरिया के बड़े,
प्रीति चुनरिया के बड़े,
sushil sarna
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Madhu Shah
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
* कुछ लोग *
* कुछ लोग *
surenderpal vaidya
इश्क़ हो
इश्क़ हो
हिमांशु Kulshrestha
Loading...