Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2023 · 1 min read

नर नारी संवाद

#justareminderekabodhbalak
#drarunkumarshastriblogger

मेरी स्मृति मेरी अनुभूति
तेरी सहानुभूति मात्र
मेरा अनुमान था ।।
तू महज कुछ और नहीं
एक दूसरा इंसान था ।।
सच गलत के बीच
एक छोटा सा मुगालता
ही तो मेरे लिए पहाड़ था ।।
समय रहते समझ पाना
जिसे मुझसे ना समझ के लिए
सबसे बड़ा व्यवधान था ।।
ना ही स्वीकारूँगा इसे
ना ही नकारूँगा इसे ।।
एक तरफ़ा बात होती
तो बात ही कुछ और थी
बस इश्क का यही एक
इकलौता वरदान था ।।

1 Like · 100 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हथेली पर जो
हथेली पर जो
लक्ष्मी सिंह
यह तुम्हारी गलतफहमी है
यह तुम्हारी गलतफहमी है
gurudeenverma198
दर्पण!
दर्पण!
सेजल गोस्वामी
दीया तले अंधेरा
दीया तले अंधेरा
Vikas Sharma'Shivaaya'
“अवसर” खोजें, पहचाने और लाभ उठायें
“अवसर” खोजें, पहचाने और लाभ उठायें
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
खुलकर बोलो
खुलकर बोलो
Shekhar Chandra Mitra
सच ही तो है हर आंसू में एक कहानी है
सच ही तो है हर आंसू में एक कहानी है
VINOD KUMAR CHAUHAN
■ कविता / स्वान्त सुखाय :-
■ कविता / स्वान्त सुखाय :-
*Author प्रणय प्रभात*
✍️वक़्त और रास्ते✍️
✍️वक़्त और रास्ते✍️
'अशांत' शेखर
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप।
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
रम्भा की ‘मी टू’
रम्भा की ‘मी टू’
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Neeraj Agarwal
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
Damodar Virmal | दामोदर विरमाल
मिटटी की मटकी
मिटटी की मटकी
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
शिक्षा दान
शिक्षा दान
Paras Nath Jha
हादसा जब कोई मुकद्दर हो
हादसा जब कोई मुकद्दर हो
Dr fauzia Naseem shad
निगाहें
निगाहें
Shyam Sundar Subramanian
हर बार तुम गिरोगे,हर बार हम उठाएंगे ।
हर बार तुम गिरोगे,हर बार हम उठाएंगे ।
Buddha Prakash
आहटें।
आहटें।
Manisha Manjari
భరత మాతకు వందనం
భరత మాతకు వందనం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
खुल जाये यदि भेद तो,
खुल जाये यदि भेद तो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"छठ की बात"
पंकज कुमार कर्ण
Tera wajud mujhme jinda hai,
Tera wajud mujhme jinda hai,
Sakshi Tripathi
दिल से मुझको सदा दीजिए।
दिल से मुझको सदा दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं धरा सी
मैं धरा सी
Surinder blackpen
बेपनाह थी मोहब्बत, गर मुकाम मिल जाते
बेपनाह थी मोहब्बत, गर मुकाम मिल जाते
Aditya Prakash
*झूला सावन मस्तियॉं, काले मेघ फुहार (कुंडलिया)*
*झूला सावन मस्तियॉं, काले मेघ फुहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दिल,एक छोटी माँ..!
दिल,एक छोटी माँ..!
मनोज कर्ण
श्री हनुमत् ललिताष्टकम्
श्री हनुमत् ललिताष्टकम्
Shivkumar Bilagrami
"यादें अलवर की"
Dr Meenu Poonia
Loading...