दोहा
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दोहा
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पकड़े रहिए सर्वदा, सद्विवेक का हाथ
सब की रक्षा कर रहे, प्रभु श्री दीनानाथ
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रचयिता: रवि प्रकाश, रामपुर उत्तर प्रदेश
दोहा
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पकड़े रहिए सर्वदा, सद्विवेक का हाथ
सब की रक्षा कर रहे, प्रभु श्री दीनानाथ
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रचयिता: रवि प्रकाश, रामपुर उत्तर प्रदेश