ज़माने में बहुत लोगों से बहुत नुकसान हुआ
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/3b686bbb9a1b0619deb498dfcde1fc11_38579b36b9bd742032c0d48ef03572e5_600.jpg)
ज़माने में बहुत लोगों से बहुत नुकसान हुआ
बहुत लोगों से मैं दूर भी हुआ
लेकिन मेरा कुछ भी बरबाद नहीं हुआ
मगर तुमसे इश्क करके किस्तों में बरबाद हुआ
शिव प्रताप लोधी
ज़माने में बहुत लोगों से बहुत नुकसान हुआ
बहुत लोगों से मैं दूर भी हुआ
लेकिन मेरा कुछ भी बरबाद नहीं हुआ
मगर तुमसे इश्क करके किस्तों में बरबाद हुआ
शिव प्रताप लोधी